Tuesday, January 27, 2015

विख-Reviving Sindhi Language: ग़ज़ल

विख-Reviving Sindhi Language: ग़ज़ल: ग़ज़ल सुख समूरा दौर डि॒ठा तो, पर, पंहिंजा सभु सूर डि॒ठा तो। किथे डि॒ठइ अहसास ज़िगर जा, दुनिया जा दस्तूर डि॒ठा तो। उघियइ अची ह...

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